हमारे देश में रामराज्य बहुत ही प्रसिद्ध है। जब भी किसी अच्छे शासन देने अथवा प्रत्येक व्यक्ति के सुख-दुख का ध्यान रखने की बात की जाती है तो यही कहा जाता है कि रामराज्य लाया जाएगा। रामराज्य की यही विशेषता थी कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी चाहत-जरूरत की वस्तु आसानी से सुलभ हो जाती थी। प्रत्येक व्यक्ति सुखी था। चोरी-जारी आदि अपराध नहीं थे। कोई दुखी नहीं था। स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए आंदोलन के दौरान जब देश का नौजवान अपने प्राणों की बलि दे रहा था तब महात्मा गांधी ने कहा था कि आजादी मिलने के बाद देश में रामराज लाया जाएगा। यही विचारधारा आर्य विचारकों से युक्त राजनीतिक दलों की भी रही है किन्तु आज देश में क्या हो रहा है, क्या यही राम राज्य है,क्या इससे रामराज कभी आ पाएगा। इन बातों पर विचार प्रस्तुत करते हुए आर्य समाज सूरजपुर के लगभग 20 वर्ष तक प्रधान रहे पं. महेन्द्र कुमार आर्य यह प्रेरणागीत प्रस्तुत कर रहे हैं।
महात्मा गांधी के वचनों को कैसे लाया जाएगा।
आज देश में जो हो रहा,क्या इससे रामराज आएगा।।
मैं बतलाता हूं कि अब कैसे रामराज देश में आएगा।
जिस दिन वेद के मन्त्रों से, धरती को सजाया जाएगा।
उस दिन मेरे देश में रामराज का त्यौहार मनाया जाएगा।।
खेतों में सोना उपजेगा, झमेगी डाली-डाली।
वीरानों की कोख से जिस दिन पैदा होगी हरियाली।।
दीन अनाथों के घर-घर में होगी जिस दिन खुशहाली।
विधवाओं के सूने मस्तक पर चमक, उठेगी जब लाली।
दीनों की कुटिया में जिस दिन दीप जलाया जाएगा।।
उस दिन देश में रामराज अपने आप आ जाएगा।।
जिस दिन काले बाजारों में, धन के चोर नहीं होंगे।
मदिरा के सौदाई जिस दिन,धन के चोर नहीं होंगे।।
अण्डे मांस के खाने वाले, रिश्वतखोर नहीं होंगे।
जिस दिन सच कहने वालों के दिल कमजोर नहीं होंगे।
भूखे बच्चों को जिस दिन,भूखा न सुलाया जाएगा।।
उस दिन देश में रामराज अपने आप आ जाएगा।।
जिस दिन वीर शहीदों की,कुर्बानी की पूजा होगी।
देश के हिम में सब कुछ दे गई उस रानी की पूजा होगी।।
उधम, भगत,सुभाष को जब कुर्बानी की पूजा होगी।
ऋषि दयानन्द के सपनों को साकार बनाया जाएगा।।
उस दिन रामराज देश में आपने आप आ जाएगा।।
प्रस्तुति महेन्द्र कुमार आर्य
महात्मा गांधी के वचनों को कैसे लाया जाएगा।
आज देश में जो हो रहा,क्या इससे रामराज आएगा।।
मैं बतलाता हूं कि अब कैसे रामराज देश में आएगा।
जिस दिन वेद के मन्त्रों से, धरती को सजाया जाएगा।
उस दिन मेरे देश में रामराज का त्यौहार मनाया जाएगा।।
खेतों में सोना उपजेगा, झमेगी डाली-डाली।
वीरानों की कोख से जिस दिन पैदा होगी हरियाली।।
दीन अनाथों के घर-घर में होगी जिस दिन खुशहाली।
विधवाओं के सूने मस्तक पर चमक, उठेगी जब लाली।
दीनों की कुटिया में जिस दिन दीप जलाया जाएगा।।
उस दिन देश में रामराज अपने आप आ जाएगा।।
जिस दिन काले बाजारों में, धन के चोर नहीं होंगे।
मदिरा के सौदाई जिस दिन,धन के चोर नहीं होंगे।।
अण्डे मांस के खाने वाले, रिश्वतखोर नहीं होंगे।
जिस दिन सच कहने वालों के दिल कमजोर नहीं होंगे।
भूखे बच्चों को जिस दिन,भूखा न सुलाया जाएगा।।
उस दिन देश में रामराज अपने आप आ जाएगा।।
जिस दिन वीर शहीदों की,कुर्बानी की पूजा होगी।
देश के हिम में सब कुछ दे गई उस रानी की पूजा होगी।।
उधम, भगत,सुभाष को जब कुर्बानी की पूजा होगी।
ऋषि दयानन्द के सपनों को साकार बनाया जाएगा।।
उस दिन रामराज देश में आपने आप आ जाएगा।।
प्रस्तुति महेन्द्र कुमार आर्य
Very interesting post.
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